विकास खंड प्रतापनगर के खंबाखाल और गरवाण गांव में पिछले दो वर्षों से अनियमित पेयजल आपूर्ति से परेशान ग्रामीणों का आक्रोश अब धरने में बदल गया है। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य श्रीमती रेखा असवाल के नेतृत्व में यह प्रदर्शन हो रहा है।
रेखा असवाल निवर्तमान जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि ग्राम पंचायत गरवाण गांव और खंबाखाल में पेयजल की समस्या को लेकर कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया है। 29 नवंबर 2024 को भी डीएम को पत्र सौंपा गया था और वार्ता की गई थी, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकला। उन्होंने आरोप लगाया कि हंस फाउंडेशन द्वारा डांगी पेयजल योजना के तहत की गई कार्यप्रणाली में व्यापक धांधली हुई है, जिसके चलते यह समस्या उत्पन्न हुई। डांगी पेयजल योजना से गरवाण गांव, खंबाखाल, डांगी, घोड़पुर सहित कई गांवों में पानी की आपूर्ति की जाती थी, लेकिन जल जीवन मिशन के कार्यों के बाद से यह व्यवस्था पूरी तरह से ठप है। हालात ऐसे हो गए हैं कि ग्रामीणों को पानी की एक-एक बूंद के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है।
रेखा असवाल ने बताया कि जल संस्थान ने नई पाइपलाइन बिछाने का आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक उस पर कोई कार्य नहीं हुआ। इसके चलते ग्रामीणों को अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। पूर्व कनिष्ठ प्रमुख बलवीर असवाल और मुरलीधर सेमवाल का कहना है कि जब तक उनके गांव के लिए नई पाइपलाइन नहीं बिछाई जाती, समस्या का समाधान संभव नहीं है। उन्होंने जिलाधिकारी से इस मुद्दे पर तत्काल हस्तक्षेप करने और कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की।
धरने में शामिल ग्रामीणों में प्रेम सिंह असवाल, कुंवर असवाल, बलवीर असवाल, मुरलीधर सेमवाल, सुंदर सिंह असवाल, राकेश असवाल, विजयपाल सिंह, नत्थी राम बहुगुणा, महेंद्र भट्ट, महावीर असवाल, बचन सिंह, मनोज असवाल, फूल सिंह और रामकुमार भट्ट सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।