देश की आजादी के लिए अंग्रेजी हुकूमत से माफ़ी मांगने के बजाए लाल किला में मौजूद फांसी के तख्ते पर झूल जाने में ख़ुशी पाने वाले अमर शहीद मेजर दुर्गा मल्ल पर आज डाक टिकट जारी हुआ और इसके विमोचन के मौके पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (रि) गुरमीत सिंह और सीएम पुष्कर सिंह धाम मौजूद रहे। दोनों ने दुर्गा मल्ल की शहादत को अमर करार देते हुए कहा कि उनके नाम पर डाक टिकट जारी होना सम्मान की बात है.
सोमवार को डाकरा-गढ़ी कैंट में शहीद दुर्गामल्ल पार्क में आजाद हिंद फौज के शहीद मेजर दुर्गामल्ल की मूर्ति पर श्रद्धासुमन अर्पित कर राज्यपाल और सीएम ने पहले श्रद्धांजलि अर्पित की. राज्यपाल ने कहा कि शहीद दुर्गा मल्ल के प्रति उनके ह्रदय में सम्मान का भाव बहुत अधिक है. जिस डोईवाला में उनका जन्म हुआ था, उस शहर के लिए भी उनके दिल में अब बहुत सम्मान भर गया है.
शहीद दुर्गा मल्ल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि दुर्गामल्ल का देश की आजादी के लिए की गई सर्वोच्च कुर्बानी सदा ही इतिहास के पन्नों में प्रमुखता से शामिल की जाएगी. हमारे अमर सेनानियों का बलिदान हमें सदैव प्रेरणा देने का कार्य करेगा। आयोजन उत्तराखण्ड राज्य नेपाली भाषा समिति एवं सहयोगी संस्थाओं ने किया।
टिहरी सांसद महारानी माला राज्य लक्ष्मी शाह, कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी,विधायक विनोद चमोली, विधायक सविता कपूर, मेजर जनरल संजीव खत्री GOC सब एरिया, ब्रिगेडियर पुनीत शर्मा, ब्रिगेडियर ए दत्ता,CEO अभिनव कुमार ले०जनरल (रि)शक्ति गुरूंग , ले जनरल (रि) राम प्रधान , गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा,शहीद मेजर दुर्गा मल्ल डाकटिकट विमोचन समिति के अध्यक्ष मेग बहादुर थापा ने भी अमर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की.
उत्तराखण्ड राज्य नेपाली भाषा समिति के अध्यक्ष मधुसूदन शर्मा और श्याम बहादुर राना,ओमप्रकाश गुरुंग और प्रभा शाह ने भी आयोजन में अहम् भूमिका निभाई.इस मौके पर शहीदों की माताओं को भी सम्मानित किया गया.
बसंती देवी (शहीद राजेश गुरूंग)-वीरमाता शहीद शिशिर मल्लउत्तराखण्ड राज्य आंदो के साथ उत्तराखंड आंदोलनकारी बब्बर गुरूंग-श्याम राना और शहीद मेजर दुर्गा मल्ल के भतीजे मेजर राजेंद्र मल्ल को भी सम्मानित किया गया. मेजर दुर्गा मल्ल की जीवनी पर आधारित ब लघु नाटिका का मंचन भी किया गया| सुप्रसिद्ध खुखरी नृत्य और
देशभक्ति गीतों के माध्यम से भी वीर बलिदानियों को याद किया गया. कार्यक्रम का संचालन श्याम राना और पूजा सुब्बा ने किया।