पौड़ी
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने नेतृत्व में चारधाम यात्रा के दौरान बेहतर आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत आज राज्य स्तरीय मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास)का आयोजन किया गया। इस दौरान चारधाम यात्रा संचालन के जनपदों में चारधाम यात्रा प्रबंधन से संबंधित अलग-अलग सिनेरियो दर्शाये गये।
रिस्पॉन्सिबल ऑफिसर/जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान जिला मुख्यालय स्थित कंट्रोल रुम से घटनाक्रम पर बारीकी से नजर बनाये हुए थे। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के दौरान सम्भावित आपदाओं भूकंप, बाढ़, भूस्खलन, आग जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने तथा तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मॉक ड्रील का आयोजन किया गया है। कहा कि इस प्रकार की मॉक ड्रील से आपदा प्रबंधन प्रणाली की क्षमता का मुल्यांकन किया जाता है। मॉक ड्रिल के माध्यम से विभिन्न एजेंसियों व विभागों के बीच समन्वय और सहयोग का आकलन, आपदा प्रतिक्रिया योजनाओं और प्रक्रियाओं की प्रभावशीलता का परीक्षण किया गया है। उन्होने बताया कि आपदा की यह मॉक ड्रिल सफल रही है। कहा कि मॉक ड्रिल में सभी चार घटनाक्रम में राहत एवं बचाव टीम द्वारा बेहतर कार्य किये गये हैं।
मॉक ड्रिल (पूर्वाभ्यास) के दौरान पहला सिनेरियो श्रीनगर के डूंगरीपंथ के पास भूकंप आने, दूसरा सैनिक विश्राम गृह श्रीनगर में आगजनी, तीसरा चमधार के पास बस और टैक्सी की टक्कर तथा चौथा सिनेरियो धारी देवी के पास मिनी गोवा में बस व कार की टक्कर गिरना दर्शाया गया।
इस दौरान कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार डूंगरीपंथ के पास एक स्कूल, पंचायत घर व बारात घर भूकंप से क्षतिग्रस्त हुए। स्कूल क्षतिग्रस्त होने से 10 लोग फंसे हुए थे जिनमें 06 घायलों व 4 गंभीर घायलों को श्रीकोट अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती करवाया गया तथा 02 लोगों की मृत्यु हुई। वहीं सैनिक विश्राम गृह श्रीनगर में आगजनी घटना के दौरान 05 लोग गंभीर घायल व 02 लोगों की मौके पर मृत्यु हुई, जबकि 30 लोगों को राहत व बचाव दल द्वारा रेस्क्यू कर सकुशल बाहर निकाला गया। वहीं चमधार के पास बस व टैक्सी कार की टक्कर होने से टैक्सी कार नदी में जा गिरी, जिसमें 05 लोग सवार थे। इस दौरान एसडीआरएफ व जल पुलिस द्वारा नदी में बहे लोगों को रेस्क्यू किया गया। जबकि धारी देवी के पास मिनी गोवा में बस व कार की टक्कर होने से बस खाई में गिरी, जिसमें 02 लोग नदी में बह गए जिन्हें बचाव दल द्वारा रेस्क्यू किया गया।
मॉक ड्रिल में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह, संयुक्त मजिस्ट्रेट अनामिका, प्रशिक्षु आईएएस दीक्षिका जोशी, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, अधीक्षण अभियंता पीएस बृजवाल, एएसपी अनूप काला, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 प्रवीण कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, डीएसटीओ राम सलोने आपदा प्रबंधन अधिकारी दीपेश काला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।